तुलसी विवाह, जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण उत्सव है, हर साल कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है। यह वर्ष, तुलसी विवाह 24 नवंबर 2023 को आयोजित किया जाएगा। यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और तुलसी देवी के पवित्र विवाह की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन महिलाएँ विशेष पूजा करती हैं और दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि की कामना करती हैं।
देव उठानी एकादशी, जिसे प्रवोधिनी एकादशी भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान विष्णु के चार महीने के ब्रह्मा नींद समाप्त होने का सम्मान करता है। यह त्योहार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है और इस वर्ष यह **12 नवंबर 2024** को आएगा। इस दिन भक्त उपवासी रहते हैं और पूजा विधि में दीप जलाना और भक्ति गीत गाना शामिल होता है। तुलसी विवाह इस दिन का एक प्रमुख आयोजन है, जो समृद्धि और आध्यात्मिक विकास का प्रतीक है।
तुलसी विवाह 2024 का उत्सव भारत में 12 और 13 नवम्बर को मनाया जाएगा, जो भगवान शालिग्राम और माँ तुलसी की शादी का प्रतीक है। जबकि तुलसी गबार्ड ने रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होने की घोषणा की है। गबार्ड का यह कदम डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रति उनके असंतोष को दर्शाता है। दोनो घटनाएँ सामाजिक और धार्मिक धारा को प्रभावित कर रही हैं।
देव उठानी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है, भगवान विष्णु के चार महीने की योग निद्रा से जागने का पर्व है। यह त्योहार कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधि, व्रत कथा और उत्सव की विशेषताओं का वर्णन किया गया है।