टिमोथी चालमेट ने सैटरडे नाइट लाइव पर होस्ट और संगीत अतिथि की भूमिका निभाई, जहाँ उन्होंने बॉब डायलन के गाने प्रस्तुत किए और अपनी हास्यपूर्ण प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
ब्रिटिश बैंड कोल्डप्ले ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अपने 'म्यूजिक ऑफ द स्फीयर्स' वर्ल्ड टूर के तहत दो शानदार कॉन्सर्ट किए। यह कॉन्सर्ट न केवल संगीत प्रेमियों के लिए एक यादगार अनुभव था, बल्कि भारत में लाइव एंटरटेनमेंट के बढ़ते स्तर का प्रतीक भी बन गया।
मलयालम फिल्म निर्देशक शफी, जिन्हें उनकी हास्य फिल्मों के लिए जाना जाता है, का 26 जनवरी, 2025 को कोच्चि में निधन हो गया। वह 56 वर्ष के थे और उन्होंने 10 से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया।
भारत सरकार ने 2025 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा की है, जिसमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा के लिए दिए जाते हैं।
26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, जो देश के संविधान को लागू करने की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय लोकतंत्र, स्वतंत्रता और समानता के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
भारत ने 26 जनवरी 2025 को अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि थे। परेड में भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया गया।
ब्रिटिश रॉक बैंड कोल्डप्ले ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अपने सबसे बड़े कॉन्सर्ट का आयोजन किया, जिसमें क्रिस मार्टिन ने गुजराती और हिंदी में दर्शकों का अभिवादन किया।
26 जनवरी 2025 को भारत ने अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस अवसर पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भव्य परेड का आयोजन किया गया, जिसमें देश की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और आत्मनिर्भरता का प्रदर्शन किया गया।
26 जनवरी 2025 को भारत ने अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाया, जिसमें दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भव्य परेड का आयोजन किया गया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो मुख्य अतिथि थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराया और देश की आर्थिक प्रगति, महिला सशक्तिकरण और युवाओं के योगदान की सराहना की।
गूगल ने भारत के 76वें गणतंत्र दिवस को एक विशेष डूडल के साथ मनाया, जिसे कलाकार रोहन दहोत्रे ने बनाया है। इस डूडल में भारत की विविधता को दर्शाते हुए पारंपरिक पोशाक पहने जानवरों को दिखाया गया है। इसके अलावा, नई दिल्ली में कार्तव्य पथ पर वार्षिक परेड का आयोजन किया गया, जिसमें भारत की सैन्य शक्ति, संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित किया गया।